Tuesday, 13 December 2011

khaali............


तुम्हारे वो नमी से भरे हुए हाथ,
मेरे इन हाथो से छूटे हैं.........रह गये हैं ये खाली........

पर याद है मुझे आज भी.........
कैसे रेत की तरह तुम्हारे हाथ मेरे हाथो से फिसल रहे थे.......
और मैं किसी रेत की घडी सा तुम्हे बीतता हुआ देख रहा था.......

तुम्हारा वो नमी से भरा हुआ सुकून भरा स्पर्श ..........
मुझ पर से किसी पानी की बूँद सा छलकने को तैयार सा.....
और मै किसी चिकने पत्ते सा.......खुद को समेट कर तुम्हे संभाल पाने में...असमर्थ.....


अब भी तुम्हारा वो नमी से भरा हुआ स्पर्श याद कर......
मैं खुद को पा रहा हु........
समंदर के उस किनारे सा भरा हुआ.......
जिसे अभी अभी एक नमी से भरी हुई लहर छू के गयी हो.............

Thursday, 8 December 2011

akela.........

हो सकता था ये भी.......
की ये रात अकेली न होती........

मेरे हाथो पर रखी ये किताब आज मेरी सहेली न होती.......
हर अलफ़ाज़ मुझसे यूँ खफा सा न होता.......
अगर तुम्हारे साथ न होने की ये पहेली न होती.......

पर हूँ आज मैं अकेला सा यूँ.......
की कलम भी हाथ मिलाने को बेताब सी है......
और अलफ़ाज़ भी.......

पर किसी ने खा है सच ही........
की अपनों के साथ सी बात गैरों में कहाँ.......

इसीलिए शायद हूँ मैं अकेला......
और मेरे साथ बैठी ये रात भी है अकेली.......


nirmohi........

निर्मोही से मोह लगा बैठी......बांवरी सजन की......

बैठी बैठी.......तकती हर दिन......
एक भी बोल कहे और सुने बिन.......

निर्मोही से मोह लगा बैठी.....बांवरी सजन की.......

Wednesday, 7 December 2011

hm tere hai......

hum tere hain......chahe khel marod.......


chahe tod k phir se jod...........
mann kre to jod....nhi to yu hi chod.....


shayad tujhe ,era chehra geela jaan pde.....1 kam kr.....
dhoop me sukhta chod......


gar na milau han me han...ya na me na...to zor se jhakjhod.......
mann kre to rkh paas.....
nhi to kisi kone me rkh chod.......


kone me usi saans k intezar me rhe pde.......
jo aakhiri hi si jaan pde.........

Tuesday, 6 December 2011

baarish........

.............jab yaad tum mujhko krti ho.....baarish tab tab hoti h........

baadal dukh mein kaale ho aate h.....
deepak bin phadphadaye hi bujh jaate h.......
phir hawaa bhi bol bol k haar jati h......

......jb yaad tum mujhko krti ho.......baarish tb tb.......